काली सैंताली के वो काले पंद्रह दिन
प्रशांत पोल वाह के शरणार्थी कैंप का दृश्य आज अगस्त महीने की पांच तारीख आकाश में बादल छाये हुये थे, लेकिन फिर भी थोड़ी ठण्ड महसूस हो रही थी। जम्मू से लाहौर जाते समय रावलपिन्डी का रास्ता अच्छा था, इसीलिए गांधीजी का काफिला पिण्डी मार्ग से लाहौर की तरफ जा रहा था। रास्ते में ‘वाह’ …