94″ लिखने की परम्परा और 100 शुभ कर्मों का महत्व
काशी में मणिकर्णिका घाट पर “94” लिखने की परम्परा और 100 शुभ कर्मों का महत्व काशी में मणिकर्णिका घाट पर चिता जब शांत हो जाती है, तब मुखाग्नि देने वाला व्यक्ति चिता भस्म पर 94 लिखता है। यह सभी को नहीं मालूम है। खांटी बनारसी लोग या अगल-बगल के लोग ही इस परम्परा को जानते …